Hindi Shayari
Shayari_Ka_Samunder

Shayari_Ka_Samunder

तजुर्बा भी था , हुनर भी था  जाने क्यों वो लोगो से छुपाने लगा  चंद पैसे की कमी के कारण  जाने क्यों वो गरीब कहलाने लगा का…

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